पाकिस्तान सेना चोरी-छुपे कारगिल के इलाकों में घुसना शुरू कर देते हैं. सबसे पहले ये खबर एक बकरी चराने वाला आकर सेना को देता है. इसके बाद शुरू हो जाता है वो युद्ध जिसे दुनिया ‘कारगिल युद्ध’ के नाम से जानती है. 3-4 मई महीने में शुरू हुए इस युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को धूल चटाई और 26 जुलाई ऐतिहासिक रहा. भारत की जीत का परचम लहराते हुए इस दिन को ‘विजय दिवस’ के नाम से जाना गया. आज कारगिल युद्ध को 18 साल हो गए. इन 18 सालों में भारत-पाकिस्तान में बहुत कुछ बदल गया है लेकिन युद्ध से जुड़ी ऐसी कई बातें हैं जिन्हें कम ही लोग जानते हैं.
1. 1998 से पाकिस्तान ने शुरू की युद्ध की तैयारी
ये बात बहुत कम लोग जानते हैं कि 1998 से ही पाक ने अपना इरादा बना लिया था कि वो भारत पर युद्ध करेगा. उस वक्त की मीडिया खबरों की मानें तो करीब 5000 सैनिकों को चोरी-छुपे हमला करने के गुपचुप ऑर्डर दिए गए थे.
2. परमाणु हमला करने की फिराक में था पाक
वैसे तो पाकिस्तान को भारतीय सेना के हाथों मुंह की खानी पड़ी थी लेकिन पाकिस्तान इतना बौखलाया हुआ था कि परमाणु बम से हमला करने की योजना बना रहा था. परवेज मुशरर्फ ने उन दिनों कई अखबारों में इस तरह के बयान दिए थे. सबसे खास बात ये थी कि पाक ने 1998 में परमाणु परीक्षण किया था.
3. वायुसेना के 300 प्लेन ने दिखाया था कमाल
पाक सेना ने बड़ी चालाकी से कारगिल की पहाड़ियों पर कब्जा कर लिया था, जिससे वो बड़ी आसानी से भारतीय सेना को ऊपर से अपना शिकार बना रहे थे लेकिन वायुसेना ने भारतीय लड़ाकू सेना का बखूबी साथ दिया और 300 विमानों की मदद से पाक सैनिकों को ढेर कर दिया गया.
4. तोपों से करीब 2,50,000 गोले, बम, रॉकेट चलाए गए
लगभग 5000 गोला-बारूद, बम और रोजाना 300 से ज्यादा बंदूकें हमेशा कारगिल में चलती थी. जब पाकिस्तान ने इतनी भारी मात्रा में गोला बारूद देखे तो वो धीरे-धीरे अपने कदम पीछे हटाने लगा.
5. पाकिस्तान ने माना बड़ा नुकसान था कारगिल युद्ध
पाक के एक मशहूर अखबार उर्दू डेली में दिए अपने बयान में मुशरर्फ ने कहा था कि पाकिस्तान को इस युद्ध में बड़ा नुकसान उठाना पड़ा जिसकी भरपाई सालों तक नहीं हो पाई. इस युद्ध में करीब 2700 पाक सैनिक मारे गए थे. …Next
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पाकिस्तान सेना चोरी-छुपे कारगिल के इलाकों में घुसना शुरू कर देते हैं. सबसे पहले ये खबर एक बकरी चराने वाला आकर सेना को देता है. इसके बाद शुरू हो जाता है वो युद्ध जिसे दुनिया कारगिल युद्ध के नाम से जानती है.
3-4 मई महीने में शुरू हुए इस युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को धूल चटाई और 26 जुलाई ऐतिहासिक रहा. भारत की जीत का परचम लहराते हुए इस दिन को ‘विजय दिवस’ के नाम से जाना गया.
आज कारगिल युद्ध को 18 साल हो गए. इन 18 सालों में भारत-पाकिस्तान में बहुत कुछ बदल गया है लेकिन युद्ध से जुड़ी ऐसी कई बातें हैं जिन्हें कम ही लोग जानते हैं.
1998 से पाकिस्तान ने शुरू की युद्ध की तैयारी
ये बात बहुत कम लोग जानते हैं कि 1998 से ही पाक ने अपना इरादा बना लिया था कि वो भारत पर युद्ध करेगा. उस वक्त की मीडिया खबरों की मानें तो करीब 5000 सैनिकों को चोरी-छुपे हमला करने के गुपचुप ऑर्डर दिए गए थे.
परमाणु हमला करने की फिराक में था पाक
वैसे तो पाकिस्तान को भारतीय सेना के हाथों मुंह की खानी पड़ी थी लेकिन पाकिस्तान इतना बौखलाया हुआ था कि परमाणु बम से हमला करने की योजना बना रहा था. परवेज मुशरर्फ ने उन दिनों कई अखबारों में इस तरह के बयान दिए थे. सबसे खास बात ये थी कि पाक ने 1998 में परमाणु परीक्षण किया था.
वायुसेना के 300 प्लेन ने दिखाया था कमाल
पाक सेना ने बड़ी चालाकी से कारगिल की पहाड़ियों पर कब्जा कर लिया था, जिससे वो बड़ी आसानी से भारतीय सेना को ऊपर से अपना शिकार बना रहे थे लेकिन वायुसेना ने भारतीय लड़ाकू सेना का बखूबी साथ दिया और 300 विमानों की मदद से पाक सैनिकों को ढेर कर दिया गया.
तोपों से करीब 2,50,000 गोले, बम, रॉकेट चलाए गए
लगभग 5000 गोला-बारूद, बम और रोजाना 300 से ज्यादा बंदूकें हमेशा कारगिल में चलती थी. जब पाकिस्तान ने इतनी भारी मात्रा में गोला बारूद देखे तो वो धीरे-धीरे अपने कदम पीछे हटाने लगा.
पाकिस्तान ने माना बड़ा नुकसान था कारगिल युद्ध
पाक के एक मशहूर अखबार उर्दू डेली में दिए अपने बयान में मुशरर्फ ने कहा था कि पाकिस्तान को इस युद्ध में बड़ा नुकसान उठाना पड़ा जिसकी भरपाई सालों तक नहीं हो पाई. इस युद्ध में करीब 2700 पाक सैनिक मारे गए थे. …Next
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