आर्मी हर देश का गौरव होती है भारत की आर्मी फोर्स भी भारतीयों के लिए गौरव का एक हिस्सा है. हर साल गणतंत्र दिवस के मौके पर हम अपने सेना की ताकत को देखते हैं, लेकिन आज हम आपको बताएंगे भारत की उन फोर्स के बारे में जो दुनिया के खतरनाक और मशहूर फोर्स में शामिल है.
1. मार्कोस फोर्स
मार्कोस के पास करीब 1200 कमांडो हैं, इसका गठन 1987 में किय गया था. यूएस नेवी सील के बाद यह एकलौती ऐसी स्पेशल फोर्स है जो पूरे हथियारों के साथ पानी में भी दुश्मन का मुकाबला कर सकती है.ये इंडियन नेवी की स्पेशल फोर्स होती है.
2. पैरा कमांडोज फोर्स
इसी पैरा कमांडोज ने पाकिस्तान को धूल चटा दी थी. भारतीय आर्मी का यह अहम हिस्सा होते हैं.
3. घातक फोर्स
यह भारतीय सेना की स्पेशल कंपनी है जो ‘मैन टू मैन असॉल्ट’ के वक्त बटालियन के आगे चलती है. ये दुश्मन के तोपखानों पर हमला करने में माहिर होते हैं. इन्हें दुश्मन के साथ आमने-सामने की लड़ाई लड़नी होती है. घातक फोर्स के जवान इतने ताकतवर होते हैं कि एक-एक जवान 20 लोगों पर भारी पड़ सकता है.
4. गरुड़ कमांडो फोर्स
यह भारतीय वायु सेना की टुकड़ी में रहते है जिसमें करीब 2 हजार कमांडो होते हैं. अत्याधुनिक हथियारों से लैस इस फोर्स को हवाई क्षेत्र में हमला करने, हवाई आक्रमण करने, स्पेशल कॉम्बैट और रेस्क्यू ऑपरेशन्स के लिए खास तौर पर तैयार किया जाता है.
5. नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी)
नेशनल सिक्योरिटी गार्ड यानी एनएसजी ये भारत की सबसे प्रमुख सिक्योरिटी फोर्स है. इसका इस्तेमाल टेररिस्ट एक्टीविटी को रोकने और राज्य में हो रहे इंटरल डिस्टरबेंस को संभालने के लिए किया जाता है. इसे आम भाषा में एनएसजी, ब्लैक कैट या कमांडो के नाम से जाना जाता है. 1984 के ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद इसकी स्थापना की गई थी.
ये वो दस देशों की सेना है जिनके कामों पर आप भी कर सकते हैं गर्व
6. स्पेशल प्रोटेक्शन फोर्स (एसपीजी)
इस स्पेशल फोर्स का गठन 1988 में किया गया था. इसका मुख्य काम पीएम, फॉर्मर पीएम और उनकी फैमिली को सुरक्षित रखना होता है. राजीव गांधी की हत्या का बाद इसका गठन किया गया था. इन फोर्स के कमांडो के पास कई अत्याधुनिक हथियार होते हैं.
7. कोबरा
ये दुनिया की सबसे बेहतर पैरामिलिट्री फोर्स में से एक है. इसका गठन 2008 में हुआ था. इन्हें विशेष गोरिल्ला ट्रेनिंग दी जाती है, जिसके माध्यम से ये भेष बदलने और घात लगाकर हमला करने में माहिर होते हैं.
राष्ट्रपति और दिल्ली की संसद की सुरक्षा भी इनके जिम्मे है, साथ ही इन्हें नक्सलियों से लोहा लेने के लिए भी भेजा जाता है…Next
Read More:
आर्मी में भर्ती किए जाते थे सिर्फ ‘गे पार्टनर’ इसके पीछे थी ये वजह
Read Comments