Menu
blogid : 7629 postid : 1318361

ये हैं एशिया की पहली महिला डीजल इंजन ड्राइवर, राष्ट्रपति से मिला ‘नारी शक्ति पुरस्कार’

कुछ करने का जुनून अगर आप में होता है, तो हर मुश्किल अपने आप हल हो जाती है और रास्ता आप खुद बना लेते हैं. ऐसी ही एक कहानी है मुंबई की मोटरवुमेन मुमताज एम. काजी की जो भारत की ही नहीं बल्कि एशिया की पहली महिला डीजल इंजन चालक हैं और हाल ही में उन्हें वो पुरस्कार मिला है जिसकी वो हकदार थीं, आईए जानते हैं इनकी कहानी.


cover mumtaz


मुंबई की मुमताज एम काज़ी को, जो देश ही नहीं पूरे एशिया की पहली डीजल इंजन ड्राइवर हैं समेत इस साल महिला दिवस पर अलग-अलग क्षेत्र की कई महिलाओं को पुरस्कार से नवाजा गया. मुमताज को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया है. आपकी जानकारी के लिए बता दें नारी शक्ति पुरस्कार के रूप में एक लाख रुपए की राशि और एक सर्टिफिकेट दिया जाता है.


mum


मुमताज 20 वर्ष की थीं, तब उन्होंने पहली बार ट्रेन चलाई थी, अब वो 45 साल की हो गई हैं, लेकिन अब भी अपना काम पूरे दिल से करती हैं. वह कई तरह की रेलगाड़ियां चला लेती हैं और फिलहाल छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल-ठाणे पर मध्य रेलवे की उपनगरीय लोकल ट्रेन चलाती हैं. यह रेलवे मार्ग किसी महिला ड्राइवर द्वारा चलाया जानेवाला देश का पहला और सबसे ज्यादा भीड़भाड़ वाला मार्ग है.


mumtaz


लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए मुमताज को सबसे पहले अपने परिवार से लड़ना पड़ा. 1989 में रेलवे में नौकरी के लिए आवेदन दिया था, तब उनके पिता ही उनके खिलाफ खड़े थे, जो स्वयं रेलवे में एक वरिष्ठ अधिकारी हैं. उनके पिता का कहना था कि आजतक ये नौकरी केवल पुरुष ही करते आ रहे हैं, ऐसे में मुमताज इस क्षेत्र मे जाना सही नहीं होगा.


train



उनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया. अब पूरा परिवार मुमताज पर गर्व करता है…Next


Read More:

जमीन नहीं यहां पेड़ के अंदर दफनाए जाते हैं मरे हुए बच्चे, हजारों सालों पुरानी है परम्परा

यहां घर की औरतें तक एक-दूसरे को सीटी बजाकर बुलाती हैं, इस जगह नहीं रखा जाता किसी का नाम

स्टीव जॉब्स पूरी जिंदगी चलाते रहे बिना नंबर प्लेट की कार, इस वजह से नहीं आए कभी पुलिस के हाथ

जमीन नहीं यहां पेड़ के अंदर दफनाए जाते हैं मरे हुए बच्चे, हजारों सालों पुरानी है परम्परा
यहां घर की औरतें तक एक-दूसरे को सीटी बजाकर बुलाती हैं, इस जगह नहीं रखा जाता किसी का नाम
स्टीव जॉब्स पूरी जिंदगी चलाते रहे बिना नंबर प्लेट की कार, इस वजह से नहीं आए कभी पुलिस के हाथ

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh