एक 10 साल के बच्चे को अपना पुर्नजन्म याद आ गया. उसने अपने पुराने घर और माता-पिता को पहचानने के साथ ही उस हत्यारे को भी पहचान लिया, जिसने उसकी जान ली थी. मीडिया में आपने भी ऐसी खबरें कई बार सुनी होगी.
पुर्नजन्म एक ऐसी बात है, जिसपर सबसे ज्यादा चर्चाएं भारत में होती हैं. कई जगह तो पुर्नजन्म से जुड़े हुए कई मामले देखें गए हैं, जिसमें लोगों को अपनी पिछली जिंदगी याद आ जाती है लेकिन एक आम धारणा है कि आखिर हम सबको पुर्नजन्म क्यों नहीं याद रहता? आइए, जानते हैं इससे जुड़े हुए तथ्य.
इस केमिकल की वजह से याद नहीं रहती पिछले जन्म की बातें
वैज्ञानिकों का मानना है कि पिछले जन्म की बातों को याद न रख पाने के पीछे ‘ऑसीटॉसिन’ नामक केमिकल होता है. यह कैमिकल गर्भधारण के दौरान ही मां के गर्भ से निकल जाता है लेकिन अगर यह तत्व मां के गर्भ से ही शिशु के साथ आ जाए, तो उसे अपने पिछले जन्म की सभी बातें याद रहती हैं, इसलिए बहुत कम लोगों को पिछले जन्म की बातें याद रहती है.
इस वजह से अंतिम संस्कार में की जाती है कपाल क्रिया
हिन्दू धर्म में अंतिम संस्कार के समय कपाल क्रिया भी इसलिए की जाती है. शव को मुखाग्नि देने के करीब आधे घंटे बाद जब शव की चमड़ी और मांस का ज्यादतर भाग जल चुका होता है, तब एक बांस में लोटा बांधकर शव के सिर वाले हिस्से में और घी डाला जाता है. जिससे कि सिर का कोई हिस्सा जलने से न बचे, इसे कपाल क्रिया कहते हैं. माना जाता है कि अगर सिर या दिमाग का कोई हिस्सा जलने से रह जाए तो इंसान को अगले जन्म में पिछले जन्म की बातें याद रह जाती हैं.
शास्त्रों में की गई है आत्मा और कर्म की बात
हमारे शास्त्रों के अनुसार कर्मों से ही उसका अगला जन्म सुधरता है. आत्मा के कर्म इंसान को उसके पिछले जन्म की और खींचते हैं, इसलिए अच्छा जीवन जीने वाले के लिये हमेशा यही बात कही जाती है कि जरूर इसने पिछले जन्म में कुछ अच्छे कर्म किए होंगे. इसके अलावा कहा जाता है पिछले जन्म में जिस व्यक्ति की मौत दर्दनाक होती है, उससे पिछले जन्म की ज्यादातर बातें याद रहती हैं …Next
Read More:
17 करोड़ का खाना, 166 करोड़ का हार और 365 रानियां, ये है भारत का अमीर राजा
दुनिया की सबसे महंगी कार से भारतीय राजा ने उठवाया कचरा, लिया अपने अपमान का बदला
वैज्ञानिकों के लिए रहस्य है इस राजा की मौत, एक्स-रे के लिए तीन बार निकाला गया कब्र से
Read Comments