Menu
blogid : 7629 postid : 1241212

आखिर क्यों होते हैं गाडियों के नंबर प्लेट अलग-अलग रंग के, जानें इसका मतलब

आपने अपने आस-पास गाड़ियां तो बहुत देखी होंगी, अक्सर आप सोचते होंंगे कि गाड़ी का नंबर प्लेट काला, नीला या फिर पीला क्यों होता है? इसके पीछे की क्या है वजह? आपको बताते हैं कि अलग-अलग रंग के नंबर प्लेट होने का क्या मतलब है?


Crs plate



1. सफेद रंग का नंबर प्लेट

सफेद रंग का नंबर प्लेट अक्सर उन गाड़ियोंं मेंं होता है जो निजी काम के लिए इस्तेमाल में लाई जाती हैंं. ऐसे गाड़ियों को कमर्शियल कामों के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता.



White number plate


2. पीले रंग का नंबर प्लेट

पीले रंग का नंबर प्लेट उन गाड़ियों में देखा जाता है,जिस पर काले रंग से कोड और नंबर लिखे होते हैंं. यह नंबर कॉमर्शियल गाड़ी के लिए होता है.


Yellow number plate


3. लालरंग का नंबर प्लेट

लाल रंग का नंबर प्लेट वाली गाड़ी देश के बड़े लोगों जैसे राज्यपाल या राष्ट्रपति के लिए होता है. ये लोग बिना लाइसेंस ऑफिसियली गाड़ियों का उपयोग करते हैं.



4. काके रंग का नंबर प्लेट

आपने सड़कोंं पर कुछ ऐसी गाड़ियांं देखी होंंगी जिनके काले रंग का नंबर प्लेट होता हैं और इनपर लिखा नंबर और कोड पीले रंग का होता है. ये नंबर प्लेट उन्हें रजिस्टर होता है जिन्हें आप किराए पर खुद से चलाने के लिए लेते हैं. अधिकतर होटल की रजिस्टर गाडियों का नंबर प्लेट ब्लैक होता है.


Black plate with yellow lettering


24 साल से अपनी कब्र तैयार करके बैठा है दुनिया का सबसे बुजुर्ग आदमी, पर नहीं आ रही मौत


5. नीले रंग का नंबर प्लेट

हल्के नीले रंग का नंबर प्लेट की गाड़ी अक्सर कम देखने को मिलती है, क्योंकि यह नंबर प्लेट डिप्‍लोमेटिक गाड़ी के लिए होता है. इस कलर का नंबर पुरी दुनिया में प्रचलित है. इसका मतलब है कि उस कार पर उस देश का कोई हक नहींं है. इस पर दूसरे देश का हक है अधिकतर ये गाड़ियां दूतावास की होती है.


Blue number plate


6. मिलिट्री नंबर प्लेट

आर्मी की गाडियों का नंबर सबसे अलग होता है. इन गाडियों का नंबर प्लेट एक कोड पर अधारित होता है. मिलिट्री और डिफेंस की गाडियों में शुरुआत में एक ऐरो होता है. यह ऐरो ब्रिटिश शासन के जमाने से अबतक चला आ रहा है. ऐरो के बाद दो डिजिट होती है जिसका मतलब होता है कि इसे किस साल में सर्विस में लिया गया.



upward arrow



इसके बाद गाड़ी का बेस कोड होता है जिससे यह पता चलता है कि गाड़ी किस बेस की है. इसके बाद गाड़ी का सीरियल नंबर होता है अंत में एक कोड होता है जो गाड़ी के क्लास के लिए होता है…Next


Read More:

संत के श्राप का दंश झेल रहा है ये राजवंश, 55 साल से ज्यादा नहीं रहता कोई जीवित!

इतिहास का सबसे निर्दयी राजा, 4 पत्नियों और 500 रखैलों से हैं इसकी 1,171 संताने

बीयर की बोतलों से बनाया गया है ये मंदिर! दिलचस्प हैं तस्वीरें

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh