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3डी प्रिंटिंग की मदद से बचाई गई पांच साल की बच्ची की जान

कभी-कभी हमारे जीवन में ऐसी परेशानी पेश आ जाती है जिससे बाहर निकलने के लिए हम किसी किताब, वस्तु आदि की मदद लेते हैं या अपनी परेशानी को पास पड़ी किसी चीज से जोड़कर देखने लगते हैं. जैसे अगर किसी उदास व्यक्ति के पास कोई खाली गिलास पड़ा है और उस दिन उसे अकेलापन महसूस हो रहा है, तो वो उस खाली गिलास को अपनी जिन्दगी के खालीपन से जोड़कर देखना शुरू कर देगा. या फिर गिलास में पानी भरकर उसकी तुलना अपनी जिन्दगी से करते हुए अपने जीवन को भरने के विभिन्न विकल्पों के बारे में सोच सकता है. उसी तरह बड़े-2 प्रोफेशनल्स भी अपने किसी काम के फंसने की स्थिति में किसी वस्तु से जुड़ी ऐसी ही ट्रिक्स अपनाते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि एक डॉक्टर ने एक थ्री-डी प्रिंटिंग की मदद से पांच साल की बच्ची के दिल का इलाज बहुत आसानी से कर दिया. बताया जाता है कि दिल से जुड़ी इस बीमारी का इलाज बहुत मुश्किल था.


3d printing


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(श्वासनालियों  के जाल) उसकी श्वास नली के चारों और लिपटी हुई थी. जिसकी वजह से उसे सांस लेने में बहुत दिक्कत आ रही थी. जबकि दूसरे कई डॉक्टरों के उसकी इस बीमारी को अस्थमा बताया था.”


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डॉक्टर आगे कहते हैं- ” हमारी टीम ने उसकी दिल की इस बीमारी का सही आंकलन करके उसके इलाज के बारे में काफी सोच-विचार किया. उसके बाद मैंने एक थ्री-डी मॉडल को देखा उसकी मदद से मैंने श्वासनालियों  के जाल और मिया की बीमारी के बारे में काफी कुछ नए निष्कर्षों के बारे में पता लगाया. थ्री-डी मॉडल प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी से मैंने काफी सारी रेखाओं को दुबारा आकार दिया और इस तरह काफी मेहनत के बाद थ्री-डी मॉडल प्रिंटिंग में किए परिवर्तन को मिया के ऑपरेशन में इस्तेमाल किया.” डॉक्टर रेडमोंड बुर्के के इस महान काम को देखते हुए तो यहीं लगता है कि जीवन की छोटी- छोटी- चीजें भी न सिर्फ बड़ी परेशानियों को हल कर सकती हैं बल्कि किसी का मूल्यवान जीवन भी बचा सकती हैं..Next


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