Menu
blogid : 7629 postid : 1023826

10वीं पास व्यक्ति ने कबाड़ से बना दी बाइक

हम भारतीय हमेशा जुगाड़ लगाने में आगे रहते हैं. जुगाड़ लगाने के पीछे एक मात्र उद्देश्य होता है कम लागत में अच्छी सुविधा प्राप्त करना. हम लोगों के पास किसी भी समस्या का देशी काट (समाधान) होता है. कई बार किसी वस्तु का विकल्प खोजने के क्रम में ऐसी वस्तुओं की खोज हो जाती है जो छोटे स्तर पर ही सही लेकिन जन उपयोगी होता है. ताजा उदाहरण भोपाल का है जहाँ एक हाईस्कूल पास मैकेनिक ने अपने बेटे के लिए जुगाड़ तकनीक से एक बाइक बना दिया.


bike-2


है. अपने इस कारनामे पर बंटी मिर्जा कहते हैं कि उनके दोस्त मनीष देवलिया की मोपेड खराब हो गई थी. तब मनीष ने मोपेड को बनवाने के लिए उनके गेराज में रख दिया था.


Read:सालों की मेहनत के बाद तैयार हुई धरती पर सबसे तेज चलने वाली ये बाइक


मोपेड की कीमत मात्र 7 सौ रुपए लगाई. 7 सौ रुपए की मामूली कीमत सुनकर बंटी ने मोपेड को बेचने का इरादा छोड़ दिया. लगभग 10 सालों तक यह मोपेड यूं ही गैराज में पड़ी रही.


bike-1


बंटी  के दिमाग में अपने बेटे के लिए छोटी सी बाइक बनाने का विचार आया. स्कूटर के टायर, मोपेड का इंजन, बाइक की टंकी, कार के फोक लैंप और अन्य गाड़ियों के पार्ट्स से चेसिस बनाया. इन सभी गाड़ियों के अलग-अगल पार्ट्स को मिलाकर दो साल में बेटे के लिए नैनो बाइक बना दिया.


Read:अब भारतीय सड़कों पर दौड़ेगी एशिया की पहली एंबुलेंस बाइक


इस बाइक का वजन करीब 30 किलो है और इसका माइलेज 40 किलोमीटर प्रति घंटा है. यह बाइक बंटी ने अपने बेटे के लिए बनाया है, पर इसकी मजबूती के कारण इस पर बड़े भी सवारी कर सकते हैं…Next…


Read more:

लकड़ी से बनी ये बाइक दे रही है बड़ी कंपनियों की बाइक को टक्कर

अनोखा आविष्कार: अब इसके बिना आपकी बाइक नहीं होगी चालू

जमा हो गये लोग इस नज़ारे को देखने के लिये जब बाइक चालक…

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh