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14 साल के इस भारतीय ने दिया था विश्व को ‘ईमेल’

सूचना क्रांति के क्षेत्र में ईमेल का आविष्कार को बहुत अहम पड़ाव के रूप में देखा जाता है. आप को जानकार हैरानी होगी कि संदेश पहुँचाने का सबसे विश्वसनीय साधन का आविष्कार भारत के वीए शिवा अय्यादुरई ने किया था.


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14 साल की उम्र में वीए शिवा अय्यादुरई ने साल 1978 में एक कंप्यूटर प्रोग्राम को बनाया था. इस कंप्यूटर प्रोग्राम को ‘ईमेल’ का नाम दिया. इसमें इनबॉक्स, आउटबॉक्स, फोल्डर्स, मेमो, अटैचमेंट्स आदि मौजूद था, जो आज भी सभी फीचर ई-मेल सिस्टम का हिस्सा है.


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इस बड़ी उपलब्धि के लिए अमेरिकी सरकार ने 30 अगस्त, 1982 को अय्यादुरई को आधिकारिक रूप से ईमेल की खोज करने वाले के रूप में मान्यता दे दी. हालांकि अय्यादुरई ने वर्ष 1978 में ही ईमेल का  खोज कर ली था और बाद में उन्हें इस खोज के लिए पहला अमेरिकी कॉपीराइट दिया गया. यह वह समय था जब सॉफ्टवेयर खोज की सुरक्षा के लिए कॉपीराइट ही एकमात्र तरीका था.


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अय्यादुराई ने अपने काम के कारण 1981 में वेस्टिंहाउस साइंस टैलेंट सर्च अवार्ड जीता था. अय्यादुरई के द्वारा ईमेल के आविष्कार और कॉपीराइट पाने के बाद कंप्यूटर तकनीक के इतिहास में कई विवादों ने जन्म लिया, क्योंकि दूसरे लोग भी ईमेल का आविष्कार करने का दावा करने लगे.


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वीए शिवा अय्यादुरई का जन्म मुंबई के तमिल परिवार में हुआ था. अय्यादुरई सात वर्ष की आयु में अपने परिवार के साथ अमेरिका चले गए थे. अय्यादुरई 14 वर्ष की आयु में उन्होंने कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के अध्ययन के लिए न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के कोरैंट इंस्टीट्यूट ऑफ मैथेमैटिकल साइसेंज में विशेष ‘समर’ कार्यक्रम में हिस्सा लिया था. अय्यादुरई बाद में स्नातक उपाधि के लिए वह न्यूजर्सी स्थित लिविंगस्टन हाई स्कूल गए. वहां पढ़ाई करने के साथ उन्होंने न्यूजर्सी में यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिसिन एंड डेन्टिस्ट्री में रिसर्च फैलो के रूप में काम भी किया है.Next…


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