पूरा भारत भीषण गर्मी की चपेट में है. इस प्रचंड गर्मी से अब तक सैकड़ों लोगों की जान चली गई है. यह तो तब हाल है जब तापमान 45-50 के बीच रहता है. सोचिए अगर यह तापमान 70 डिग्री तक पहुंच जाए तो इस स्थिति को आप क्या करेंगे? जी हाँ, यह सही है कि दुनिया में ऐसी कई जगहे हैं जहाँ तापमान 70 डिग्री या इससे अधिक होता है.
चलिए दुनिया के कुछ ऐसे ही जगहों की बात करते हैं जहाँ लोगों ने समय-समय पर रिकॉर्ड तोड़ गर्मी का मुकाबला किया है.
दश्त-ए-लुत (ईरान)– ईरान का यह स्थान साल 2004, 2005, 2006, 2007 और 2009 में धरती का सबसे ज्यादा गर्म स्थान रहा. दश्त-ए-लुत 2005 में यहां अधिकतम तापमान 70.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दश्त-ए-लुत के एक बड़े हिस्से पर इतनी गर्मी पड़ती है कि यहाँ किसी जीव-जंतु के लिए रहना संभव नहीं है.
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क्वींसलैंड (ऑस्ट्रेलिया)– आपको पता होगा कि ऑस्ट्रेलिया धरती पर सबसे शुष्क (सूखे) महाद्वीप है. ‘बैडलैंड्स’ के नाम से मशहूर यहां क्वींसलैंड आउटबैक का एक बड़ा हिस्सा रेगिस्तान है. 2003 में यहां भयंकर सूखा पड़ा था. सुखे के वक्त यहां का तापमान 69.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया था.
फ्लेमिंग माउंटेन, शिनजियांग (चीन)– चीन के शिनजियांग में तियान शान पहाड़ों की एक श्रृंखला है. यहाँ आने वाले फ्लेमिंग माउंटेन को भी गर्म इलाकों के लिए जाना जाता है. साल 2008 में यहां पर तापमान 66.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया था. 2008 का ये धरती पर नापा गया सबसे ज्यादा तापमान था.
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केव ऑफ द क्रिस्टल (मैक्सिको) – मैक्सिको के नैका में क्रिस्टल गुफा है. इसे अब तक का मिला सबसे बड़ा प्राकृतिक क्रिस्टल माना जाता है. ये गुफा बेहद गर्म है. इस गुफा में हवा का अधिकतम तापमान 58 डिग्री सेल्सियस तक पाया गया है. गुफा के इस प्रकृति पर बहुत खोज-बिन की संभावना है, पर गुफा में अत्याधिक गर्मी के कारण बहुत ज्यादा छानबीन नहीं की जा सकी है.
अल-अजीजियाह (लीबिया)-लीबिया की राजधानी त्रिपोली है. यहाँ से 40 किलोमीटर दक्षिण में मौजूद अल-अजीजियाह बेहद गर्म शहरों में से एक माना जाता है. यहाँ एक बार 1922 में अधिकतम तापमान 57.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया था. वैसे आमतौर पर यहां गर्मी के मौसम में तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच जाता है. Next…
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