फूलों की विभिन्न प्रजातियाँ होती है. अलग-अलग प्रजातियों और रंगों के फूल लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करती है. लेकिन ये फूल लोगों के कौतूहल का केंद्र बना हुआ है. लोगों के हृदय में कौतूहलता पैदा करने वाली यह फूल कहाँ पाई जाती है? क्यों यह लोगों के आश्चर्य की परिधि को बढ़ा रही है? पढ़िये इस फूल की विशेषताओं के बारे में….
भारत के हिमालयी क्षेत्रों में पायी जाने वाली इस फूल को ‘नारीलता’ नाम दिया गया है. नारीलता का अर्थ नारी के आकार की लता से है. तथ्यों की मानें तो यह फूल ऑर्किडासिये परिवार के अंतर्गत हाबेनरिया प्रजाति से आती है. हाबेनरिया की समस्त प्रजाति ट्यूबर युक्त स्थलीय ऑर्किड होते हैं.
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इस फूल की विशेषता है कि यह दो दशकों में एक बार यानी 20 वर्षों के अंतराल पर एक बार खिलती है. इस फूल की दूसरी विशेषता यह है कि इसका आकार नग्न महिला की भाँति होता है. श्रीलंका में स्थानीय भाषाओं में लियाथाबरा माला के नाम से विख्यात इस फूल की 10 प्रजातियाँ पायी गई है जिनमें से पाँच देशज हैं. थाईलैंड में भी पाये जाने वाले इस फूल के पौधे को ‘नारीपोल’ कहा जाता है.
हालांकि इस फूल का नाता विवादों से भी रहा है. कहा जाता है कि इस फूल को अधुनिक कंप्यूटर सॉफ्टवेयरों की मदद से बनाया गया है. खैर सच्चाई जो भी हो नारीलता अथवा लियाथाबरा माला के नाम से विख्यात नारी के आकार की इस फूल को विश्व का अत्यधिक आश्चर्यजनक और दुर्लभ किस्म का फूल बताया जाता है. Next…
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