कहा गया है – “चोर के सामने ताला क्या और बेईमान के सामने केबाला क्या!” जिस तरह से डॉक्टर का गुण ईलाज करना, शिक्षक का शिक्षा देना है. उसी तरह चोरों का गुण चोरी करना ही होता है. ये चोर चोरी को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए ऐसे-ऐसे नुस्खे निजात करते हैं जिसे जानकार लोगों को बड़ी हैरानी होती है. कहा जाता है कि चोरी करना भी एक कला है. इस कला को चोर बड़ी चतुराई से करते हैं. चलिये एक ऐसी ही घटना के बारे में जानते हैं जिसमें चोर चोरी तो कर लेता है, लेकिन असफल होने पर मीडिया की खबर बन जाती है. यहां पुलिस को चोरी किए गए समान को बरामत करने के लिए चोर को 96 केले खिलाने पड़े…
यह घटना मुंबई से गोंदिया जा रही ट्रेन की है. पुलिस का कहना है कि इस ट्रेन में यात्रा कर रहे 28 वर्षीय दामू गुप्ता ने एक यात्री से झपटा मार कर उसकी चेन हथिया ली. यात्री की पहचान डॉक्टर शीतल काम्बले के रूप में हुई. डॉ. शीतल महाराष्ट्र के अकोला जिले की रहने वाली हैं. ट्रेन में यात्रा कर रहे अन्य यात्रियों ने शीतल की सहायता की और चोर को जल्द ही पहचान लिया गया, पर इसके बाद जो तमाशा हुआ वह काफी दिलचस्प रहा.
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आरोप लगते ही चोर ने चोरी से इंकार कर दिया पर उसी समय एक यात्री ने यह कह कर सबको चौका दिया कि उसने चोर को कोई चीज निगलते देखा था. यह सुनकर सभी लोग हैरान रह गए. अब सबसे बड़ी समस्या यह थी कि चोर से कैसे सोने की चैन हासिल किया जाए? यह पूरी घटना रेल पुलिस के लिए नाक में दम किए हुए था. पुलिस ने आरोपी का कई बार एक्स रे कराया पर कोई सुराग नहीं निकला. कई बार की असफलता के बाद अल्ट्रासाउंड से पेट में चेन होने का पता चला.
सोने की चेन का पता चलते ही जांचकर्ताओं ने डॉक्टरों की सलाह से चोर को केले खिलाने शुरू किए. 96 केले खिलाने के बाद आखिरकार अगले दिन आरोपी के मल से 11 ग्राम सोने की चेन को प्राप्त किया जा सका.
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चेन बरामद होने के बाद दामू गुप्ता ने कहा कि वह बहुत डर गया था. यात्रियों के गुस्से की डर से वह सोने की चेन निगल गया. जांचकर्ताओं ने यह नहीं बताया कि आरोपी गुप्ता ने 96 केले कैसे पचा लिए. Next…
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