Menu
blogid : 7629 postid : 847290

इस ऐप के जरिए केवल 15 मिनट में एचआईवी टेस्ट की करें जांच

सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिसीज में जो दो बीमारियां विश्वभर में सर्वाधिक मौतों की जिम्मेदार है वे है एड्स और सिफिल्स रोग. विश्व भर में करोड़ों लोग इन दोनों बीमारियों से पीडित हैं. अगर इन बीमारियों का पता शुरूआती चरण में लग जाए तो इनपर असानी से नियंत्रण पाया जा सकता है. पर समस्या यह है कि इन दोनों बीमारी के शुरूआती लक्षण बेहद छुपे हुए होते हैं और इनका पता लगाना बेहद मुश्किल होता है. कई बार रोगी जांच के महंगा होने के कारण भी जांच केंद्र में जाने से कतराते हैं साथ ही जांच की महंगी तकनीक होने के कारण इसकी उपलब्धता भी बेहद सीमित है. खैर , खुशखबरी यह है कि जल्द ही यह सभी समस्याएं गुजरे जमाने की बात होने जा रही है. कैसे? आईए जानते हैं.



mob app p


एक विज्ञान पत्रिका में छपे रिसर्च के अनुसार वैज्ञानिकों ने एक ऐसा स्मार्टफोन ऐप विकसित किया है जो सिफिल्स और एचआईवी की जांच करेगा वह भी महज 15 मिनट में. कोलंबिया विश्वविद्यालय के बायोमेडिकल विशेषज्ञों द्वारा तैयार किया गया यह सॉफ्टवेयर चंद मिनटों में खून के नमूनों का जांच कर सकता है. खून के इन नमूनों को फिंगर प्रिट डोंगल द्वारा कलेक्ट किया जाता है. इस डोंगल को किसी भी स्मार्टफोन या कंप्यूटर से जोड़कर महज 15 मिनट में पता लगाया जा सकता है कि खून के नमूने में एचआईवी वायरस या सिफिल्स के बैक्टिरिया मौजूद हैं या नहीं.


Read: ये मच्छर बनेंगे मसीहा, मिटाएंगे डेंगू और चिकनगुनिया



यह टेस्ट किट पारंपरिक लैब टेस्टिंग मशीनों से तकरीबन 540 गुना सस्ता है. पायलट टेस्ट  के रूप में इस किट का प्रयोग रावांडा के कुछ मरीजों पर किया गया और यह बेहद सफल रहा. यह डोंगल बेहद छोटा है जिसे आसानी से हाथ में पकड़ा जा सकता है. इसका इस्तमाल दूर-दराज के इलाकों में असानी से किया जा सकता है जहां मेडिकल सुविधाओं की पहुंच बहुत कम है.


वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इस उपकरण की मदद से उन गर्भवती महिलाओं को पहले ही अगाह किया जा सकता है जो एचआईवी संक्रमित हैं या सिफिल्स की बीमारी से ग्रसित हैं. वैज्ञानिकों का मानना है कि यह अविष्कार विश्व भर में प्रदान की जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा. इसका लाभ मुख्य रूप से उन विकासशील देशों में ज्यादा होगा जहां स्वास्थ सेवाओं की स्थिती बेहद खराब है. गौरतलब है कि एचआईवी संक्रमण और सिफिल्स के अधिकांश मामले विकासशील अफ्रीकी और एशियाई देशों में पाए जाते हैं.Next…


Read more:

एक भयानक बीमारी ने आज उसे दुनिया का मसीहा बना दिया है

यह बीमारी थोड़ी अजीब है !!

क्यों बच्चे भी कर रहें हैं यौन अपराध…आपकी ये कोशिशें बदल सकती हैं हालात

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply to kumarvijaynarayansinghCancel reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh