पुरूषों जैसे आनुवांशिक गुण वाले इस महिला ने दो जुड़वा बच्चों को जन्म दिया. बिना गर्भाशय, अंडाशय अथवा गर्भाशय नाल के जन्मी इस महिला हेयले हेयन्स को चिकित्सकों ने यह कहा था कि वह कभी गर्भ धारण नहीं कर पाएगी. 19 वर्ष की उम्र में चिकित्सकों ने उसे यह बता दिया था कि ‘एक्स वाय क्रोमोजोम’ होने के कारण उसके आनुवांशिक लक्षण पुरूषों से मिलते हैं इसलिए उसे संतान की प्राप्ति नहीं हो सकेगी.
संतान न प्राप्त होने की बात सुनकर हेयन्स के पैरों तले जमीन खिसक गई. इसके साथ ही उसे इस बात की भी चिंता सताने लगी कि कोई पुरूष उससे शादी नहीं करेगा. यही सोचकर वह परेशान रहा करती थी. फिर एक दिन यह बात उसने अपने बचपन के मित्र सैम को बताई जो बाद में उसका पति बना. इस समस्या के बारे में सोचते-सोचते कुछ वर्ष बीत गए. लेकिन उसके जीवन में भी आशा का संचार हुआ. वर्ष 2007 में फिर से एक नये विशेषज्ञ से परीक्षण कराने पर चिकित्सक ने उसे कहा कि शारीरिक-परीक्षण के दौरान उन्हें उसके शरीर में कुछ मिलीमीटर का गर्भाशय दिखा है. लेकिन यह उतना बड़ा नहीं था जिससे कि वो गर्भधारण कर सके. हालांकि चिकित्सकों ने उसे बताया कि उसके पास आईवीएफ का विकल्प मौजूद है लेकिन उसके लिए कुछ समय लगेगा.
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वर्ष 2011 में चिकित्सकों ने जाँच के बाद उसके गर्भाशय को गर्भधारण के लिए उपयुक्त पाया. इससे उसकी खुशी का ठिकाना न रहा लेकिन वह यह सुनकर थोड़ी मायूस भी हुई कि उसके गर्भधारण की सम्भावना मात्र 60 प्रतिशत है. फिर भी हेयन्स ने हिम्मत नहीं हारी. उपचार के छह सप्ताह के बाद उसे बताया गया कि वह दो जुड़वा बच्चों को जन्म दे सकती है. इस बात को सुनकर हेयन्स की खुशी का ठिकाना नहीं रहा.
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आखिरकार वह समय भी आ गया जब उसने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया. हेयन्स कहती है कि माँ बनना उसके जीवन का अदभुत क्षण है जिसे वो कभी नहीं भूल सकती. आज बिना गर्भाशय के जन्मी ये महिला दो बच्चों को मातृत्व सुख देते हुए हँसी-खुशी अपने परिवार के साथ जीवन व्यतीत कर रही है. Next….
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