अगर कोई पुरुष अपने संवेदनशील अंग को काट ले तो उसे लोग या तो पागल कहेंगे या फिर यह समझा जाएगा कि उसमें महिला बनने की प्रवृत्ति है. लेकिन इन जनाब के साथ ऐसा कुछ नहीं है. ‘जेल्डिंग’ नाम के इस व्यक्ति ने अपने प्राइवेट पार्ट (लिंग) को इसलिए नहीं काटा या कटवाया कि वह पागल है या महिला बनना चाहता है बल्कि लिंग के बढ़ते आकार ने उसे ऐसा करने पर मजबूर किया.
दरअसल जेल्डिंग अपने लिंग के बढ़ते आकार से काफी परेशान रहता था. उसे कई बार कई जगहों पर शर्मिंदगी भी उठानी पड़ी थी. अपनी इस समस्या के समाधान के लिए वह कई डॉक्टरों से भी मिला लेकिन उसे निराशा ही हाथ लगी. आखिरकार उसने फैसला किया कि वह अपना लिंग और अंडकोष निकलवा देगा. कहने का अर्थ है कि उसने अपने सभी सेक्स अंगों को साफ करवा दिया.
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जेल्डिंग ने अपना लिंग निकलवाने से पहले एक डॉक्टर के साथ कई बार चर्चा भी की. इसको लेकर उसका अपने मनोवैज्ञानिक चिकित्सक के साथ लम्बी चर्चा हुई और उसने पाया कि अपना लिंग निकलवाकर वह बेहतर रूप से एक सम्पूर्ण व्यक्ति के रूप में रह सकता है.
जेल्डिंग का कहना है कि कॉलेज में फुटबॉल खेलने के दौरान उसे इस समस्या का सामना करना पड़ा. दरअसल जब वह स्टेडियम में फुटबॉल खेल रहा था तब एक खिलाड़ी के वजह के साथ वह दूसरे खिलाड़ी के घुटने पर गिर गया और वह घायल हो गया तथा उसके प्राइवेट पार्ट में भारी चोट आई. तब से उसे इस समस्या का सामना करना पड़ा.
वैसे ऑपरेशन कराने के बाद जेल्डिंग को कई तरह की चुनौतियों से भी रुबरु होना पड़ रहा है जैसे बिना बैठे वह पेशाब नहीं कर सकता, पेशाब करते समय वह फीमेल यूरीनेशन डिवाइस का प्रयोग करता है आदि.
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