इस दुनिया में बहुत कुछ ऐसा घटित होता है जिसके पीछे का कारण किसी और के पास तो क्या स्वयं विज्ञान, जोकि हर घटना के पीछे तर्क देने की कोशिश करता है, के पास भी नहीं होता. ऐसा ही एक सवाल है क्या वाकई आत्माएं होती हैं?क्या वाकई मरने के बाद लोग दोबारा इंसानी दुनिया में आने का रास्ता ढूंढ़ लेते हैं?क्या वाकई जीवित इंसानों के शरीर पर मृत लोग कब्जा कर सकते हैं?
वे लोग जो भूत-प्रेत से संबंधित पारलौकिक घटनाओं पर गहरा विश्वास रखते हैं वो विज्ञान के किसी भी तर्क को नहीं मानते, वहीं वे लोग विज्ञान को जीवन के हर क्षेत्र में अपना चुके हैं उनके लिए अजीबोगरीब घटनाओं पर विश्वास करना तब तक कठिन हो जाता है जब तक कोई दूसरा, जिसे वे मॉडर्न या बोल्ड मानते हैं, वे इन काली शक्तियों के होने जैसी बात पर मुहर नहीं लगा देते. अब आप खुद ही सोचिए कि फिल्मी दुनिया से ज्यादा मॉडर्न आज की तारीख में और क्या हो सकता है. आज हम आपको ऐसी फिल्मों के बारे में बताएंगे जिनकी कहानी असली हॉरर स्टोरी पर आधारित है:
द एक्सोर्सिस्ट: पिछली फिल्म से अलग इस फिल्म में एक लड़की नहीं बल्कि एक लड़का मुख्य किरदार में था, जिसपर एक बुरी शक्ति ने कब्जा कर लिया था. इस फिल्म में उन सभी तरीकों को दर्शाया गता जिन्हें अपनाने के बाद वह राक्षस उस लड़के के शरीर को छोड़ने के लिए तैयार हुआ. यह फिल्म वास्तविक घटना से प्रेरित थी.
द कॉंजुरिंग 2: होड आइलैंड पर स्थित एक पुराने से फार्महाउस के बारे में कहा जाता है कि ये हॉंटेड है. असाधारण शक्तियों की जांच करने वाले दो लोग इस जगह पर सच और झूठ से पर्दा उठाने के लिए पहुंचते हैं. यह फिल्म वर्ष 1970 में घटित एक सच्ची घटना पर आधारित है.
द हॉंटिंग इन कनेक्टिकट: यह एक ऐसे परिवार की कहानी है जो एक मुर्दाघर पर बने एक घर में रहने आता है. इस फिल्म में कई ऐसे दृश्य थे जो असल में एक परिवार के साथ घटित हुए जब वह मुर्दाघर पर बने इस घर में रहने आए थे.
Read More: हर मौत यहां खुशियां लेकर आती है….पढ़िए क्यों परिजनों की मृत्यु पर शोक नहीं जश्न मनाया जाता है!
नाइटमेयर ऑन एम स्ट्रीट: हालांकि इस फिल्म की पूरी कहानी हकीकत पर आधारित नहीं थी लेकिन बहुत से ऐसे दृश्य थे जो उन लोगों के जीवन से जुड़े हुए थे जिनकी सपना देखते-देखते मौत हो गई थी.
द एमिटीविले हॉरर: एक घर में बेहद अमनावीय तरीसे से लोगों को मौत के घाट उतारा गया और इस घर में एक परिवार रहने आ गया. जिनके हॉंटेड अनुभव पर यह फिल्म बनाई गई है.
द एक्सोर्सिस्म ऑफ एमिली रोज: एक जवाब जर्मन लड़की को एक साथ कई बुरी ताकतों ने अपने कब्जे में कर लिया और जब उसे इन सबसे राहत दिलवाने के लिए पादरियों ने झाड़-फूंक शुरू की तो इस्ज़ दौरान पानी की कमी की वजह से उसकी मौत हो गई. इस असल घटना पर यह फिल्म बनाई गई, जो काफी चर्चित रही थी.
एक ऐसा प्रेमी जोड़ा जो एक दूसरे का खून पीता है..पढ़िए एक असली वैंपायर जोड़े की कहानी
Read Comments