क्या आपने कभी मिस्त्र देश की प्राचीन ममियों को बहुत करीब से देखा है या कभी उन्हें छुआ है? क्या आपने कभी उनकी वास्तविकता के बारे में विस्तार से जाना है? नहीं ना? लेकिन अब यह सब मुमकिन हो गया है. ब्रिटेन के एक संग्रहालय में कुछ ममियों पर काफी समय से शोध चल रहा है जिसके जरिए वहां के शोधकर्ताओं ने कुछ ऐसी तकनीकों को अपनाया है जिसके जरिए वे इन ममियों के बारे में ऐसे तथ्य खोज कर लाए हैं जो किसी को भी चौंकाने के लिए काफी हैं.
नील नदी की घाटी की तकरीबन 3000 साल पुरानी इन 8 ममियों पर सीटी स्कैन, थ्रीडी तस्वीरों व अत्याधुनिक तकनीकों की मदद से शोध किया जा रहा है. यहां पर मौजूद शोधकर्ताओं का कहना है कि उनकी इस परियोजना की मदद से वे इन 8 ममियों की 3000 साल पुरानी जिंदगी को भी खंगाल सकते हैं. सॉफ्टवेयर तकनीक की मदद से संग्रहालय में बेहद कारगर तरीके से इन ममियों पर शोध किया जा रहा है.
आइए आपको बताते हैं कि आखिर कैसे बिना इन ममियों के शरीर को नुकसान पहुंचाए शोधकर्ता इन पर आसानी से काम कर रहे हैं.
आप जान सकते हैं इन ममियों का स्वास्थ्य व मृत्यु का कारण
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शोधकर्ता नई तकनीकों की मदद से इन ममियों के वास्तविक स्वास्थ्य व मरने का कारण जान सकते हैं. इन 8 ममियों में से एक ममी एक महिला की है जिनका नाम तेमुत बताया गया है. इसकी मृत्यु दिल का दौरा पड़ने से हुई थी व उस समय उसकी उम्र कुछ 40 से 50 वर्ष के बीच रही होगी. उसके मुख व सिर के आकार पर काम करने के बाद यह भी पता लगा है कि जवान व खूबसूरत दिखने के लिए यह महिला एक विग भी पहनती थी.
संग्रहालय के मुखिया जॉन टेलर ने बताया कि उनके पास मिस्त्र व सिदान से कुल 120 ममियां है जिन्हें पिछले 200 सालों में कभी भी खोला नहीं गया है. और अब इन अत्याधुनिक तकनीकों की मदद से वे कपड़े की पट्टियों से लिपटी इन ममियों के बारे में सब कुछ जान सकते हैं. उनके शरीर का आकार, उनके मरने का कारण और साथ ही किस तकनीक से उन्हें मम्मी बनाया गया यह भी जान सकते हैं.
इन ममियों में से एक ममी एक ऐसे आदमी की है जिस पर शोध करने पर यह मालूम हुआ कि उसकी मृत्यु दांतों में मवाद जम जाने के कारण हुई थी. उसके नीचे वाले जबड़ों में 4 पीड़ादायक दंत फोड़े हो गए थे जो बाद में उसकी मृत्यु का कारण बने.
इस ममी को दी गई थी दर्दनाक मौत
अब जिस मम्मी के बारे में हम आपको बताएंगे उसकी मृत्यु का कारण जानकर आप के रोंगटे खड़े हो जाएंगे. स्कैनर के प्रयोग से यह सामने आया है कि 35 से 50 वर्ष की आयु वाला यह इंसान एक मंदिर में द्वारपाल व साथ ही एक नाई का भी काम करता था. पूजा से पहले वो सभी सेवकों के बाल काटता था.
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इमेज स्कैनर से यह ज्ञात हुआ कि इस शख़्स की गर्दन में दो सरिये डाल दिये गए थे. शायद किसी के बाल गलत तरीके से काटने पर उसने बदले के रूप में इस नाई की इस कदर हत्या कर दी गई. इस कारण उसका सिर उसकी गर्दन से अलग हो गया था. इसके अलावा बाकी ममियों के भी कई राज सामने निकल कर आए हैं.
आप भी छूकर देख सकते हैं इन ममियों को
यदि आप भी इन ममियों को करीब से देखना चाहते हैं तो ब्रिटेन में बने इस संग्रहालय में एचडी इमेजिंग की मदद से आप काफी करीब से इनके बारे में जान सकते हैं. संग्रहालय द्वारा आयोजित ‘एंशिएंट लाइव्ज, न्यू डिस्कवरीज’ नाम की इस प्रदर्शनी में जाकर आप भी इन ममियों को छूकर इनके बारे में बहुत कुछ जान सकते हैं.
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