पास के एक पार्क में वह इतनी शांति से बैठा हुआ था जैसे कुछ हुआ ही न हो. उसके घर के लाल निशान किसी से बर्दाश्त नहीं हो रहे थे लेकिन वह ऐसे जता रहा था जैसे कुछ हुआ ही न हो. उसने साथ आने में कोई हील-हुज्जत भी नहीं की लेकिन इस लाल निशान का जो सच उसने बताया वह दहला देने वाला था.
बहुत पुरानी बात नहीं है. अटलांटा के उस छोटे से शहरी इलाके में पिछले सप्ताह बृहस्पतिवार को दो रिश्तेदार अचानक उसके घर आए तो बाहर कोई नहीं था. यह कोई बड़ी बात नहीं लेकिन जब अंदर गए तो अंदर का दृश्य लहूलुहान था. 75 वर्षीय केल्विन रे सीनियर और 73 वर्षीय बेट्टी रे अब जिंदा नहीं थे. तलवार से गोदकर किसी ने उन्हें मार डाला था. पुलिस के आने के बाद पता चला कि यह दरिंदगी किसी और की नहीं उनके अपने बेटे केल्विन रे जूनियर की थी. 39 साल के जूनियर केल्विन ने अपने मां-बाप को समुराई तलवार से गोद-गोदकर मार डाला था.
केल्विन की दरिंदगी की कहानी इतनी सी नहीं है. इसके पीछे का कारण इससे भी खौफनाक कहानी है. एक पड़ोसी के अनुसार एक महीने पहले जूनियर घर आया था और उसने अपने मां-बाप से कहा कि वह डेविल है. एक दिन उसने अपने पड़ोसी को भी धमकाया, उसका मेलबॉक्स तोड़ा. तब से उसने मुहल्ले की पार्किंग में खड़ी कई कारों को तोड़ा-फोड़ा. उसके पड़ोसी ने उसे कई बार समुराई तलवार के साथ घूमता हुआ भी देखा था. कुछ दिन पहले वह समुराई की प्रैक्टिस करते भी दिखा. प्रैक्टिस करते हुए वह ऐसा लग रहा था जैसे किसी युद्ध पर जाने वाला हो. लेकिन उस दिन मां-बाप से क्या बात हुई और उसने उन्हें क्यों मारा यह अभी तक पता नहीं चल सका है.
दरिंदगी की हद यह है कि पुलिस के अनुसार सिर्फ एक नहीं बल्कि कई समुराई तलवारों से उन बूढ़े जोड़ों को गोदा गया था. कोई शातिर क्रिमिनल होता तो यह सिर्फ एक क्रिमिनल केस होता लेकिन अपने ही बेटे से इतनी बेहरहमी से मारे गए इस कपल के बारे में जानकर आस-पड़ोस के लोग भी सहम गए हैं.
पुलिस जब आई तो जूनियर वहां नहीं था लेकिन पास के ही एक पार्क में बैठा हुआ वह आसानी से मिल गया. हालांकि इस घटना के बाद उसने उसने अपराध बोध जाहिर किया है लेकिन उसके अपराध उसके मानसिक रोगी होने की तरफ साफ इशारा करते हैं. इसलिए अभी फिलहाल के लिए उसे 10 साल के लिए कस्टडी में रखा गया है. इससे पहले भी वह एक बार वह किसी क्रिमिनल केस में पकड़ा गया था.
असलियत क्या है कोई नहीं जानता लेकिन जितनी बातें सामने आई हैं अगर वह सच है तो इतना तो तय है कि केल्विन जूनियर मानसिक रोगी है, शायद सीजोफ्रीनिया या डिप्रेशन का शिकार एक असामान्य आदमी. जो भी है अभी तक दुनिया के किसी भी देश में मां-बाप को बच्चों से खतरा नहीं माना जाता. अब इस पागलपन की दहलाने वाली घटना के बाद कोई कहीं सुरक्षित नहीं रह गया है.
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