किसी दिन अगर ऐसा हो कि सुबह उठते ही जब आप दूध लेने के लिए दरवाजा खोलें तो पता चले कि आपका दरवाजा तो खुल ही नहीं रहा. आप अचंभित से खिड़कियों से झांकते हैं कि आखिर क्यों किसी ने बाहर से आपका दरवाजा बंद कर रखा है पर बाहर का दृश्य आपकी सोच से कहीं आगे है. एक पल को जहाँ खड़े थे आप बुत से वहीं खड़े रह जाते हैं पर होश में आने के बाद भी आप समझ नहीं पाते आकिर ऐसा कैसे संभव है? यह तस्वीर देखिए:
ऊपर तस्वीर में जो चेहरा नजर आ रहा है वह किसी आर्टिस्ट की कृति नहीं है बल्कि एक घोंसला है, वह भी कई दिनों की मेहनत से चिड़ियों या चींटियों ने इसे नहीं बनाया है बल्कि दरवाजे से लगाकर बनाई हुई हॉर्नेट की एक कृति है. काउन्ट बग्स नाम के किसी व्यक्ति ने इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर डाला है. काउन्ट बग्स ने पिक्चर डालते हुए लिखा है कि उसके पिता का यह घर जो बहुत सालों से खुला नहीं था किसी कारण से जब उसके पिता ने खोला तो वहां ऐसा दृश्य था. इतना बड़ा घोंसला इस तरह बने होने की किसी ने सोची भी नहीं थी. एक बार को कोकून की तरह दिखने वाला यह घोंसला देखकर सभी हैरान थे. उसके पिता को डर था कि कहीं उसमें कुछ हो न लेकिन घोंसले के निचले हिस्से को कुरेदने पर कुछ भी उसके अन्दर नहीं था.
यह अजीबोगरीब कृति भले ही अजीबोगरीब स्थिति में बनी हो लेकिन काउंट बग्स के पिता इसे सुरक्षित रखना चाहते हैं. इसमें जो चेहरा आपको नजर आ रहा है दरअसल वह हॉर्नेट ने नहीं बनाई है बल्कि वर्षों पहले यह वुडन स्कलप्चर काउंट बग्स के पिता ने यहाँ रखा था. हॉर्नेट ने घोंसला इस तरह बनाया है कि यह एक खास तरह की कृति बन गई है. एक पल को डराने वाली और दूसरे ही पल इसकी खासियत पर कोई भी मोहित हो सकता है. कोई कलाकार अगर यह देखे तो हार्निट की इस क्रिएटिविटी से जलन महसूस करे. पर क्या कर सकते हैं! जो है वह तो है ही. शायद हॉर्नेट को भी यह स्कलप्चर इतनी अच्छी लगी हो कि उन्होंने घोंसले के रूप में कोई पेंटिंग बनाने की सोची हो. क्रिएटिविटी किसी में भी हो सकती है! सिर्फ इंसानों के पास क्रिएटिविट होती है इस सोच को अपने दिमाग से अब निकाल ही दीजिए.
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