दिलवालों के शहर दिल्ली के सीने में बहुत से ऐसे राज हैं जो कभी किसी के सामने ना आएं तो ही अच्छा है. यहां हर कदम पर रौनक है, मौज है, मस्ती है, लेकिन इस चकाचौंध के बीच कुछ ऐसे काले और भयानक राज हैं जो किसी के लिए भी दहशत का सबब बन सकते हैं. यहां बहुत से ऐसे स्थान हैं जो भूतहा हैं, जहां बुरी शक्तियों का वास है. आज हम आपको दिल्ली में छिपी ऐसी ही खौफनाक हकीकत का सामना करवाने जा रहे हैं जो आपको डरा भी सकती हैं और हैरान भी कर सकती हैं:
ग्रेटर कैलाश पार्ट 1 का वो घर
आज से करीब 20 साल पहले दिल्ली के एक बेहद पॉश इलाके में एक वृद्ध दंपत्ति की हत्या कर दी गई थी. हत्या के करीब 4 महीने बाद पानी की टंकी में उनकी लाश मिली थी. प्रॉपर्टी हथियाने के लालच में उनके कई रिश्तेदार सामने आए लेकिन विवाद के चलते वह घर आज तक कोई खरीद नहीं पाया है. डब्ल्यू-3 जीके 1, इस पते पर रहने वाले वो दंपत्ति आज भी अपने घर की हिफाजत करते हैं. बहुत से लोगों ने इस घर से अजीबोगरीब चिल्लाने की आवाजें तक सुनी हैं और कभी-कभार पारलौकिक घटनाओं का भी अनुभव किया है.
जमाली-कमाली मस्जिद
आपको ये नाम थोड़ा अजीब लग सकता है और हो सकता है आप इसे जिन्न या प्रेतों से भी जोड़ लें. लेकिन असल बात यह है कि इस मस्जिद का नाम जमाली और कमाली नाम के दो सूफी संतों के नाम पर रखा गया है. इस मस्जिद में जाने वाले लोगों को ना दिखने वाली शक्ति थप्पड़ मारती है और ऐसा एक नहीं बल्कि बहुत से लोगों ने अनुभव किया है.
दिल्ली कैंट
भारत में जितने भी हॉंटेड प्लेस हैं उनमें दिल्ली कैंट का नाम प्रमुखता से लिया जाता है. ऐसा माना जाता है यहां से गुजरने वाली गाड़ियों को रोककर एक सफेद साड़ी वाली औरत लिफ्ट मांगती है और जैसे ही कोई गाड़ी रोकता है वो गायब हो जाती है. इतना ही नहीं अगर कोई गाड़ी नहीं रोकता तो वो औरत उसके पीछे बैठी मिलती है.
खूनी दरवाजा
जैसा कि नाम से ही जाहिर होता है इस स्थान पर कुछ ना कुछ गड़बड़ जरूर है. इस स्थान पर अंग्रेजों ने आखिरी मुगल सम्राट बहादुर शाह जफर के तीन बच्चों को अपनी गोली का निशाना बनाया था. आज भी उनकी रूहें अंग्रेजों से अपनी मौत का बदला लेने के लिए भटकती हैं. अगर आप विदेशी हैं तो इस स्थान पर जाने के लिए आपको ज्यादा गंभीरता से सोचने की जरूरत है.
संजय वन
महरौली और वसंत कुंज के बीच पड़ने वाला संजय वन बहुत से लोगों के लिए अनजानी सी जगह है. यहां पक्षियों का आना जाना लगा रहता है और कभी-कभार कुछ लोग भी यहां घूमने आ जाते हैं. लेकिन रात के समय इस स्थान पर कोई नहीं रहता क्योंकि लोगों का कहना है कि सफेद साड़ी में एक औरत पीपल के पेड़ के नीचे बैठी रहती है तो कभी झूला झूलती है.
लाल किला
चांदनी चौक की कमान संभाले लाल किला अभी तक भूत-प्रेत या किसी भी पारलौकिक ताकत से अछूता माना जाता था लेकिन आपको बता दें कि बहुत साल पहले ही लाल किले की देख-रेख करने वाले असगर अली खान ने यहां मुगल शासकों, उनके बच्चों की आत्माओं को देखा था. लेकिन इस मुद्दे को हमेशा के लिए दबा दिया गया ताकि यहां पर्यटकों का आना-जाना ना कम हो जाए.
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