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ऐसा क्या था फराओ की कब्र में जिसने नेपोलियन को भी डरा दिया?

मिस्र के पिरामिड हमेशा से ही मानव जिज्ञासा का केन्द्र रहे हैं। यह क्यों बने, इनमें मौजूद ममी का इतिहास और सबसे अहम सवाल क्या मौत के बाद भी जिंदगी होती है, जैसे विचार हर समय हमारे मस्तिष्क में हर समय कौंधते रहते हैं। इन सभी पिरामिडों में से सबसे खास है गीजा के पिरामिड। आपको शायद जानकर हैरानी होगी कि गीजा का पिरामिड दुनिया के प्राचीन सात अजूबों में से इकलौता अजूबा है, जो पूरी तरह सुरक्षित मौजूद है। गीजा के चर्चित पिरामिड के बारे में अंतरराष्ट्रीय स्तर के लेखक ग्राहम हैनकॉक का कहना था कि इन पिरामिडों की उम्र के बारे में जो हम जानते हैं यह उससे भी कहीं ज्यादा पुराने हैं।


Pyramids




तो चलिए हम आपको दुनिया के इस रहस्यमय अजूबे से वाकिफ करवाते हैं और आपको इनके बारे में कुछ ऐसी बातें बताते हैं, जिन्हें शायद आप नहीं जानते:


1. बेल्जियम के एक प्रख्यात लेखक रॉबर्ट बोवल ने सबसे पहले यह पाया था कि गीजा पिरामिड 10,500 बी.सी. में आकाश में नजर आए ओरियन तारापुंज के आकार में बना हुआ है।




करोड़पति जो भीख मांगे बिना जी नहीं सकता


2. गीजा का पिरामिड यूं तो आज भी देश-विदेश के पर्यटकों को लुभाता है लेकिन यहां आने वाले कुछ नामी पर्यटकों में नेपोलियन बोनापार्ट का नाम भी शामिल है। जब नेपोलियन ने गीजा के पिरामिड को देखा तो वह मंत्रमुग्ध हो गया। वह यकीन नहीं कर पा रहा था कि यह पिरामिड इतना खूबसूरत है। उसने यह कहा कि वह एक रात इस पिरामिड में बने राजा के कक्ष में अकेले रहना चाहता है। यह कक्ष पिरामिड के भीतर लगभग 140 फीट ऊंचाई पर बना हुआ है। जब अगले दिन वह उस पिरामिड से बाहर आया तो उससे पूछा गया कि पूरी रात वहां रहने का उसका अनुभव कैसा रहा, उसने वहां क्या देखा तो नेपोलियन कुछ नहीं बोला और चुपचाप वहां से चला गया। नेपोलियन से यह सवाल तब भी पूछा गया जब वह मृत्यु शैया पर लेटा था, लेकिन तब नेपोलियन ने जो बोला उसे सुनकर हर कोई दंग रह गया। नेपोलियन ने कहा कि उस रात के अनुभव के बारे में कुछ बताने का कोई फायदा नहीं है, क्योंकि कोई उस पर विश्वास नहीं करेगा।


Napoleon Bonaparte in Egypt


3. वर्ष 1889 तक गीजा का पिरामिड दुनिया की सबसे ऊंची इमारत हुआ करता था। एफिल टॉवर के बनने के बाद गीजा के पिरामिड का यह ताज उससे छिन गया।


4. मिस्र के इतिहासकारों का कहना है कि यह पिरामिड मिस्र के राजा फेराओ खुफू  (Pharaoh Khufu) की कब्र के रूप में 2500 बी.सी. में बनाया गया था।


5. बहुत से लोगों का यह भी मानना है कि गीजा का पिरामिड किसी की कब्र नहीं है, क्योंकि अभी तक इस पिरामिड में से कोई भी ममी नहीं निकाली गई है।


हर तरफ सोना ही सोना बिखरा पड़ा है

वह पलक झपकते आप तक पहुंच सकता है

इंसानों को जिन्दा निगल जाती है यह सड़क


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