यहां बेचारे इंसान नहीं, बेचारे ये सांप हैं. शरीर पर सांपों का चलना यहां के लोगों को डराता नहीं, नई स्फूर्ति देता है. उनके लिए सांप उनकी थकान मिटाने का जरिया हैं. वे सांप से डरें न डरें, शायद सांप डरते हों उनसे, कि यहां आकर अब मुझे अपना विष छोड़ना पड़ेगा…क्योंकि उनके शरीर पर चलते हुए इन सांपों का विष खत्म हो जाता है.
हम जिसकी बात कर रहे हैं वह जगह है ही कुछ ऐसी. आम लोगों के लिए या पहली बार इसके बारे में जानने वालों के लिए यह अजूबा है लेकिन इन लोगों के लिए सांपों के रहना एक आम बात है. जकार्ता में एक जगह है जहां लोग सांपों के साथ रहते हैं. इतना ही नहीं सांपों के साथ रहने के लिए ये पैसे खर्च करते हैं. कुछ घंटों के लिए यह रकम करीब 30 डॉलर होती है. जिसे ज्यादा वक्त बिताना है वह ज्यादा पैसे भी खर्च कर सकता है. पर सांपों के साथ रहना इन्हें इतना पसंद क्यों है और सांपों के साथ ये लोग रहते कैसे हैं?…और तो और..पैसे खर्च कर सांपों के साथ रहने वाला कोई पागल ही होगा. लेकिन ये पागल नहीं हैं. नॉर्मल इंसान हैं.
दरअसल यह जगह एक स्पा है जहां लोग अपनी थकान मिटाने आते हैं. इस स्पा में आजकल एक नई तकनीक का मसाज प्रयोग हो रहा है जिसमें कुछ समय के लिए सांपों को खुले शरीर पर छोड़ दिया जाता है. इसे नाम दिया गया है ‘पाइथन मसाज’. इसके पीछे आधार यह बताया जाता है कि सांपों को अपने शरीर पर चलते हुए महसूस कर मन जो भय पैदा होता है वह थकान भगाने में अचूक दवा का काम करता है. लेकिन इसके लिए हिम्मत होनी चाहिए. कम ही लोग इसके लिए हिम्मत जुटा पाते हैं लेकिन जो भी हैं वे इसे पसंद कर रहे हैं. स्त्री-पुरुष दोनों के लिए समान रूप से यह सेवा देने वाला स्पा एक बार के इस ‘पाइथन मसाज’ के लिए 30 डॉलर (लगभग 1900 रु.) लेता है. अगर आप सोच रहे हैं कि सांप उन्हें नहीं काटते ऐसी कोई व्यवस्था होगी वहां तो आप गलत हैं. सांपों को शरीर पर चलने के लिए पूरी तरह खुला छोड़ दिया जाता है और वे काटते भी हैं पर इससे मसाज लेने वाले को कोई नुकसान नहीं होता. पर कैसे?
इसमें कोई चमत्कार नहीं होता. जकार्ता समेत इंडोनेशिया आदि कई जगहों पर यह मसाज आजकल स्पा में दिए जा रहे हैं. दरअसल रिफ्लेक्सोलॉजी एंड स्पा में जितने भी सांप मसाज के लिए प्रयोग किए जाते हैं वे विषरहित होते हैं. क्योंकि सांपों को शरीर पर चलाने का एकमात्र मकसद होता है उनके चलने से भयभीत होना जो इस स्पा के अनुसार थकान दूर करने में सहायक होता है. इसलिए मसाज में प्रयोग किए जाने वाले सांपों का जहर पहले ही निकाल दिया जाता है ताकि वे मसाज लेने वालों या मसाज करने वालों को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकें. यह भी खूब है. पता चला कल लोग जंगलों में जाकर रहने लगेंगे कि उन्हें अपना डर दूर करना है. खैर हमारा काम है खबर देना, वो हमने दे दी.
Read Comments