टाइटल पढ़कर आप जरूर असमंजस में पड़ गए होंगे कि एक मां को कैसे कोई उसी का बच्चा गिफ्ट कर सकता है. लेकिन सच है कि इसी पृथ्वी पर एक समाज ऐसा भी है जहां मां को एक डिब्बे में बंदकर उसी का बच्चा दिया जाता है.
जरा सोचिए, नन्ही सी जान जिसने अभी तक अपनी आंखें भी नहीं खोली, जिसकी नाजुक हथेलियों ने अपनी मां का स्पर्श तक नहीं किया, उसे पैदा होते ही कोई डिब्बे में कैसे बंद कर सकता है? कैसे कोई उस मासूम की जिन्दगी के साथ ऐसा खतरनाक खिलवाड़ कर सकता है? अब आप सोच रहे होंगे कि जरूर हम यहां आपको भारत या फिर किसी अन्य एशियाई देश में प्रचलित किसी कुप्रथा के बारे में बताने जा रहे हैं, लेकिन हम जो आपको बताने जा रहे हैं वह कुप्रथा तो है लेकिन उसे सरकार द्वारा पूरी तरह मान्यता प्रदान कर चलाया जा रहा है.
Mother And Child Care
उल्लेखनीय है कि फिनलैंड की सरकार द्वारा पिछले काफी सालों से गर्भवती महिला को उसके होने वाले बच्चे के लिए एक डिब्बा दिया जाता है जिसमें बच्चे के सोने के लिए चटाई, खिलौने, स्लीपिंग बैग और उसके वस्त्र होते हैं. वर्ष 1930 से शुरू हुई इस परंपरा के अंतर्गत जब बच्चा पैदा होता है तो उसे बाकी सब सामान के साथ डिब्बे में बंद कर मां को एक गिफ्ट के तौर पर दिया जाता है. इस प्रथा को आरंभ करने का उद्देश्य सभी वर्ग के बच्चों को एक समान शुरुआत देना है.
Child Care Tips In Hindi
फिनलैंड की सरकार का कहना है कि फिनलैंड के कुछ परिवार इतने गरीब हैं कि अगर बच्चे के सभी सामान बिना किसी खर्च के ना दिए जाएं तो वे कभी अपने बच्चे के लिए यह सब खरीद ही नहीं सकते. इसके अलावा मां के पास एक और विकल्प यह भी है कि अगर वह इस डिब्बे के बदले पैसे लेना चाहे तो वो पैसे भी ले सकती है.
इस डिब्बे की प्रथा की शुरुआत करने का एक और बड़ा प्रभाव यह देखा गया कि इसके आगमन से पहले जहां बच्चे अपनी मां के साथ सोते थे वहीं अब डिब्बे में ही सोने की वजह से मां और बच्चे को एक-दूसरे से अलग सोने की आदत पड़ी.इतना ही नहीं पहले इस डिब्बे में दूध की बोतल को भी शामिल किया जाता था लेकिन मां को स्तनपान कराने को प्रेरित करने के लिए डिब्बे से दूध की बोतल को हटा लिया गया.
कुप्रथा, स्तनपान,चाइल्ड केयर टिप्स
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