वैसे तो एक सामान्य कछुए की आयु बहुत लंबी होती है, लेकिन गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करवाने वाले एक कछुए की उम्र सामान्य से कहीं ज्यादा अधिक है. अपनी इस खूबी के कारण वह पृथ्वी पर रहने वाला सबसे बूढ़ा प्राणी बन गया है.
जोनाथन नाम का यह कछुआ लंदन के सेंट हेलिना द्वीप समूह का रहने वाला है और यह अब तक 178 बसंत देख चुका है. वर्ष 1882 में सेंट हेलिना द्वीप समूह पर पहुंचने वाले तीन कछुओं में से मात्र जोनाथन ही जीवित बचा है.
जोनाथन नाम का यह कछुआ टैडपोल श्रिमप्स नस्ल का है. यह नस्ल पृथ्वी पर मौजूद सभी प्राणियों में सबसे पुरानी वंशावली है. जोनाथन आज भी अन्य पांच कछुओं डेविड, स्पीडी, एमा, फ्रेड्रिका और मार्टाइल के साथ सेंट हेलिना के दक्षिण एटलांटिक द्वीप समूह पर रहता है.
जोनाथन से पहले हैरियट नामक ऑस्ट्रेलियन कछुआ सबसे बड़ा कछुआ था लेकिन वर्ष 2005 में 175 वर्ष की आयु में उसकी मृत्यु हो गई. द्वीप समूह पर्यटन के अधिवक्ता का कहना है कि जोनाथन का स्वामित्व सेंट हेलिना सरकार के पास है और वह उसकी पर्याप्त देखभाल करती है. जोनाथन जब यहां रहने आया था तब उसकी आयु 50 वर्ष थी जिसके आधार पर उसकी वर्तमान आयु अनुमानित की गई है.
178 वर्षीय जोनाथन जॉर्ज पंचम से एलिजाबेथ द्वितीय तक ब्रिटेन के आठ शासनाध्यक्षों और 50 प्रधानमंत्रियों को देख चुका है. पर्यटन अधिवक्ता का कहना है कि वृद्ध होने के बावजूद जोनाथन बहुत सक्रिय और जोशीला है. उसकी एक आंख में थोड़ी तकलीफ है लेकिन फिर भी इससे उसके जोश में कोई कमी नहीं आती.
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के सदस्यों ने सबसे बूढ़ा तोता भी खोज निकाला है. इस तोते की मालकिन अमेरिका में रहने वाली सैंड्रा ला फॉलेट हैं.
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