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Was gaddafi a dictator?

Muammar Gadaffi – Biography

जिस तरह हर सिक्के के दो पहलू होते हैं उसी तरह हर इंसान के भी दो चेहरे होते हैं. एक चेहरा वह जिसे दुनिया देखती है और जिसके आधार पर उसके अच्छे-बुरे होने का सार्टिफिकेट मिलता है दूसरा उसका अंतर्मन और वह चेहरा जो दुनिया की निगाहों से छुपा होता है. कर्नल गद्दाफी का वही चेहरा दुनिया के सामने लाया गया जिसमें उनकी छवि एक क्रूर तानाशाह की थी लेकिन शायद ही किसी ने गद्दाफी के उस चेहरे की तरफ नजर डाली जिसमें उन्होंने अपने राज्य के लोगों के लिए दिल खोल कर रियायतें दी थी.


Rule of Muammar Gadaffi

क्या आज इस महंगाई में कोई सरकार बिजली माफ कर सकती है, क्या आज कोई बैंक जीरो इंट्रेस्ट पर आपको लोन देने के लिए तैयार होगा? नहीं ना ! लेकिन गद्दाफी के राज्य में ऐसा होता था. आइए कुछ चौंकाने वाले तथ्यों पर नजर डालें जिनसे आपको भी लगेगा कि कर्नल गद्दाफी ना सिर्फ एक तानाशाह थे बल्कि एक बेहतरीन नेता भी थे.


Interest of Muammar Gadaffi

बिजली माफी: लीबिया में जनता को बिजली का बिल माफ़ रहता था. यहां लोगों को बाकी मुल्कों की तरह बिजली का बिल जमा नहीं करना पड़ता था. इसका भुगतान सरकार करती थी. अब सोच कर देखिए आज जहां दिल्ली में हर दूसरे और तीसरे महीने बिजली की दरें बढ़ जाती हैं वहां कैसे गद्दाफी सरकार अपने देश की बिजली का भार वहन कर रही होगी.


लोन लो मस्त रहो: लीबिया सरकार आपने नागरिकों को दिए गए ऋण(लोन) पर ब्याज नहीं वसूलती थी. यकीन मानें लोगों को इंट्रेस्ट फ्री लोन बड़ी आसानी से मिलता था और चुकाना केवल मूलधन पड़ता था.


घर हक था: लीबिया में ‘घर’ मानव अधिकार की श्रेणी में थे. लीबिया के प्रत्येक व्यक्ति को उसका खुद का घर देना सरकारी जिम्मेदारी थी. आपको बाते दें कि गद्दाफी ने कसम खाई थी कि जब तक लीबिया के प्रत्येक नागरिक को उसका खुद का घर नहीं मिलता वह अपने माता पिता के लिए भी घर नहीं बनवाएगा. यही कारण था कि गद्दाफी की मां और पत्नी आज भी टेंट में ही रहती हैं.


यहां शादी एक जन्नत थी: लीबिया में शादी करने वाले प्रत्येक जोड़े को गद्दाफी की तरफ से 50 हज़ार डॉलर की राशि दी जाती थी. दुनिया में शायद ही कोई सरकार या शासक ऐसा करता हो.


स्वास्थ्य का सबसे बड़ा फायदा: लीबिया में समस्त नागरिकों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह से फ्री थीं. लीबियाई नागरिकों द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं पर आने वाला सारा खर्चा गद्दाफी सरकार खुद वहन करती थी.


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