स्नोव्हाइट की कहानी तो आप सभी ने पढ़ी या सुनी होगी, जिसमें एक जहरीला सेब खाने के बाद स्नोव्हाइट नाम की राजकुमारी गहरी नींद सो जाती है और तभी जागती है जब एक राजकुमार आकर उसे किस करता है. जर्मन पृष्ठभूमि पर आधारित यह कहानी बहुत लोकप्रिय रही लेकिन अब लगता है कि यह कहानी सिर्फ कहानी नहीं बल्कि हकीकत भी बन सकती है.
लंदन की रहने वाली इस लड़की का नाम तो स्नोव्हाइट नहीं है लेकिन उसकी नींद भी स्नोव्हाइट की ही तरह लंबी और गहरी है. अंतर बस इतना है कि स्नोव्हाइट एक जहरीला सेब खाने के बाद काफी समय तक सोती रहती है और यह एक ऐसी बीमारी से पीड़ित है जिसमें एक बार सोने के बाद नींद की उम्र महीनों लंबी हो जाती है.
निश्चित ही आपको यह बात अविश्वसनीय प्रतीत होगी लेकिन समाचार पत्र द सन के अनुसार लंदन में रहने वाली 15 वर्षीय स्टेसी कॉमरफोर्ड को स्नायु से सम्बंधित समस्या है जिसके परिणामस्वरूप वह काफी समय तक सोती रहती है और उसे इस बात का आभास भी नहीं होता.
स्टेसी क्लीन लेविन सिंड्रोम से पीड़ित है जिसे स्लीपिंग ब्यूटी सिंड्रोम भी कहा जाता है. यह सिंड्रोम हजारों व्यक्तियों में से एक किसी एक में पाया जाता है. लगभग दो महीने की नींद लेने वाली स्टेसी अपनी परीक्षाओं में भी उपस्थित नहीं हो सकी.
एक गंभीर बीमारी से पीड़ित स्टेसी के दोस्त उसका मजाक भी उड़ाते हैं कि वह नींद के चलते अपनी परीक्षा ही नहीं दे पाई. अगर आपको लग रहा है कि स्टेसी ने परीक्षा से बचने के लिए नींद का बहाना किया तो आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इस उम्र में बच्चे अपने जन्मदिन को लेकर अत्याधिक उत्साहित रहते हैं लेकिन दुर्भाग्यवश स्टेसी अपना जन्मदिन भी नहीं मना पाई क्योंकि वह पूरे दो महीने तक सोती ही रही.
स्लीपिंग ब्यूटी सिंड्रोम से पीड़ित स्टेसी पहले लोगों के उपहास का केंद्र बनती थी लेकिन अब लोग उसकी विवशता और परेशानी को समझने लगे हैं. उसके परिवार और उसके सामने सबसे बड़ी परेशानी ही यही थी कि लोग उसका विश्वास ही नहीं करते थे लेकिन अब हालात पहले से बेहतर हो गए हैं.
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