Menu
blogid : 7629 postid : 996

बदला लेने के लिए 250 फाइव स्टार होटलों को लगाया चूना !!

कड़ी मेहनत कर होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई पूरी की. जब जॉब लगने की बारी आई तो फाइव स्टार होटल को रिश्वत देकर जॉब लग जाने की उम्मीद करने लगा. कई आश्वासनों के बाद जब वह इंटरव्यू देने गया तो वहां उसकी खिल्ली उड़ाई गई, सबके सामने उसे शर्मिंदा किया गया. बस फिर क्या था उसने ठान लिया कि अब वह इन फाइव स्टार होटल वालों से बदला लेकर रहेगा.


imposterनिश्चित तौर पर आपको यह 1970 के दशक की कोई फिल्मी कहानी लग रही होगी, जिसमें नायक अपनी शर्मिंदगी का बदला लेने की कसम खाता है और फिर अपने मंसूबों को अंजाम देता है. लेकिन जो दास्तां हमने यहां सुनाई है वह कहानी नहीं बल्कि एक मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखने वाले व्यक्ति के जीवन की कड़वी सच्चाई है.


देशभर के लगभग 223 फाइव स्टार होटलों को ठगने के बाद औरंगाबाद पुलिस ने जॉन ज्ञानप्रकाश विंसेट को गिरफ्तार किया है. जब उससे यह पूछा गया कि वह ऐसा क्यों कर रहा है तो विंसेट का कहना था कि कई साल पहले एक पांच सितारा होटल की मैनेजमेंट से ठगे जाने के बाद उसने 250 पंचसितारा होटलों से बदला लेने की ठानी थी.


जॉन का ठगी करने का तरीका भी बड़ा लाजवाब और पूर्व नियोजित रहता था. शहर में पहुंचते ही वह शहर का सबसे महंगा पांच सितारा होटल ढूंढ़ कर उस में पांच दिनों के लिए कमरा बुक करता था. होटल प्रबंधन का भरोसा जीतकर वह उनसे कॉंफ्रेंस के लिए लैपटॉप और एलसीडी प्रोजेक्टर जैसे महंगे उपकरण मुहैया करवाए जाने का अनुरोध करता था.


जॉन ज्ञानप्रकाश विंसेट जहां भी जाता अपने साथ दो बड़ी अटैचियां ले जाया करता था. यही वजह है कि मैनेजमेंट को उस पर कभी संदेह नहीं होता था. लैपटॉप व प्रोजेक्टर हाथ आते ही वह एक बैग में लैपटाप व प्रोजेक्टर भर कर भाग जाता था जबकि दूसरे बैग में वह कबाड़ भरकर रख जाता था. प्रबंधन और होटल स्टाफ को यही लगता था कि वह कहीं बाहर गया है और अभी आ जाएगा.


जॉन ने अपनी कसम तो पूरी कर ली लेकिन औरंगाबाद के लेमन ट्री होटल में जब वह चोरी करने के इरादे से गया तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया.


Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh