हम सभी इस बात से इत्तेफाक रखते हैं कि इंसानी शरीर नश्वर है और एक ना एक दिन उसे नष्ट होना ही होता है. लेकिन नष्ट होने से पहले उस शरीर में कुछ इच्छाएं शेष रह जाती हैं तो वह मरने के बाद भी अपनी उन इच्छाओं को पूरा करने आते हैं. शरीर तो नष्ट हो जाता है लेकिन आत्मा नहीं मरती और जो लोग अधूरी इच्छाओं के साथ मरते हैं उनकी अत्माएं इंसानी दुनिया को छोड़कर नहीं जा पातीं.
वैसे तो हम सभी जानते हैं कि एक बार शरीर त्यागने के बाद कोई व्यक्ति वापस जीवित नहीं हो सकता लेकिन मिस्र में हुई एक घटना आपको इस बारे में दोबारा सोचने के लिए मजबूर कर सकती है.
यह वाकया एक व्यक्ति के मरने और उसके अंतिम संस्कार के समय एकाएक जीवित हो उठने का है. उल्लेखनीय है कि लक्जर (मिस्र) के पास स्थित नागा अल सिम्मन में रहने वाले 28 वर्षीय हामिद हाफेक्स अल नुब्दी की मृत्यु के बाद उसके परिवार वाले उसके शव को अंतिम संस्कार के लिए तैयार कर रहे थे. पूरा परिवार शोक में डूबा हुआ था और हर तरफ रोने की आवाजें आ रही थीं. आखिर जवान बच्चे को खोना भी किसी सदमे से कम नहीं होता है माता-पिता के लिए. लेकिन जब हामिद का मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार करने के लिए डॉक्टर को बुलाया गया तो एक बेहद अजीब चीज घटित हुई. कुछ घंटों पहले जिस व्यक्ति को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था वह अचानक जीवित हो गया. मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले डॉक्टर ने जब यह महसूस किया कि हामिद का शरीर तो अभी भी सामान्य रूप से गर्म है तो उन्होंने कहा कि हामिद तो मरा ही नहीं है. वह बस बेहोश है.
डॉक्टर के मुख से यह बात सुनकर हामिद का पूरा परिवार खुशी से नाचने लगा तथा हामिद को किसी अन्य डॉक्टर के पास ले गया और उसके अंतिम संस्कार को रद्द कर उसके फिर से जीवित होने का जश्न मनाया.
अब इसे आप डॉक्टर की भूल कहेंगे या ईश्वरीय चमत्कार यह तो आप पर ही निर्भर करता है.
Read Comments