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घिनौनी दुनिया का सच: स्प्लैटर फिल्में

यूं तो अभी तक आपने हॉरर फिल्मों में डरावनी से डरावनी चीजें देखी होंगी लेकिन जब बात स्प्लैटर फिल्मों की बात आती है तो डर और घृणा जैसी भावनाएं एक साथ मन में आती हैं.


grotesque_3801_fअमूमन फिल्में दिल को थोड़ी देर के लिए सुकून देने के लिए होती हैं लेकिन फिल्मों की भी कई श्रेणियां होती है और फिल्में कई बार लोगों के पसंद की भी बनाई जाती हैं. समाज में ऐसे लोगों की कोई कमी नहीं है जो सिनेमा में हत्या, खून और भय को देखना पसंद करते हैं और इन्हीं लोगों के लिए बनाई जाती हैं स्प्लैटर फिल्में. हालांकि कई बार स्प्लैटर फिल्मों पर बैन भी लगा दिया जाता है क्यूंकि ऐसी फिल्मों में हद से ज्यादा हिंसक दृश्य दिखाए जाते हैं. ऐसी ही एक फिल्म है “ग्रोटेस्क्यू”.


इस फिल्म पर कई देशों ने प्रतिबंध लगाया हुआ है. दरअसल इस फिल्म में एक प्रेमी जोड़ा पहली बार डेट पर जाता है और उसका वहीं अपहरण हो जाता है. अपहरणकर्ता बेहद हिंसक तरीके से प्रेमी जोड़े पर अत्याचार करते हैं. इसमें इंसान के अंगों को काटने-छीलने के वीभत्स दृश्य हैं. आंख निकालने और अंग-भंग करने जैसे दृश्यों से भरी इस फिल्म को देख पाना हर किसी के बस की बात नहीं और इसीलिए इए फिल्म को कई देशो में बैन किया गया है.


कुछ बेहद मजेदार और हैरान कर देने वाले अद्भुत तथ्य


हालांकि कुछ ऐसे भी लोग हैं जो इन फिल्मों को बेहद पसंद करते हैं. उनके लिए पर्दे पर मौत और खून को देखना एक अलग रोमांच पैदा करता है. लेकिन यह सब किसी भी लिहाज से समाज के लिए एक अच्छा संकेत नहीं माना जाता क्यूंकि जो तस्वीरें हम देखते हैं वह हमारे दिमाग में कहीं ना कहीं  बैठ जाती हैं और उनका असर काफी गहरा होता है.


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