यह बात तो हम सभी जानते हैं कि पुलिस को अपराधी तक पहुंचाने में कुत्ते की भूमिका हमेशा ही बहुत अहम रहती है. कई फिल्मों या जासूसी धारावाहिकों और कहानियों में आपने कुत्तों की तेज नाक और अपराधी को पहचानने की विलक्षण प्रतिभा को जरूर देखा या पढ़ा होगा. लेकिन क्या कभी आपने यह सोचा है कि एक सांप जिसे देखकर कोई भी व्यक्ति डर से कांपने लग जाता है, जिसके आस-पास होने के अहसास से भी हमारे पसीने छूटने लगते हैं वह कभी पुलिस को शातिर अपराधी तक पहुंचा सकता है.
राजस्थान के कोटा शहर का यह वाकया किसी को भी हैरान करने के लिए काफी है. यहां एक कांस्टेबल को कुछ जेबकतरों ने चाकू मार दिया. पुलिस जब उन जेबकतरों का पीछा कर रही थी तब एक सांप ने उन्हें कुछ ऐसे सूत्र दिए जिसके बाद पुलिस का सांप तक पहुंचने का रास्ता एकदम साफ हो गया.
पुलिस व प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार छावनी फ्लाईओवर के नीचे एक सपेरा बस स्टैंड जाने के लिए खड़ा था. उसी समय एक ऑटो वहां आकर रुका और कम पैसों में सपेरे को बस-स्टैंड छोड़ने के लिए तैयार हो गया. जैसे ही ऑटो थोड़ा आगे बढ़ा ऑटो में पहले से ही बैठे दो युवकों ने सपेरे के झोले में चोरी करने के उद्देश्य से उसके झोले में हाथ डाला. बस फिर क्या था जैसे ही जेबकतरे ने उसमें हाथ डाला अंदर बैठे सांप ने उसे काट लिया.
जेबकतरे ने शोर मचाया तो उसके ही साथी ऑटोचालक ने वाहन रोक दिया. जब उसने अपने साथी को सांप के काटने की बात बताई तो सपेरे को भी समझ आ गया कि वे सभी जेबकतरे हैं. लेकिन इससे पहले वह कोई विरोध करता तीनों ने मिलकर उसे बाहर उतार दिया. पीड़ित युवक को उसके दोनों साथी ऑटो से लेकर नयापुरा एमबीएस अस्पताल पहुंच गए. इसी बीच वहां पर काफी लोग जमा हो गए. उन्होंने सपेरे को पास ही गुमानपुरा थाने भेज दिया.
बिना पंखों के हवा में उड़ता है यह व्यक्ति
सपेरे ने जब गुमानपुरा पुलिस को घटना सुनाई तो पुलिसकर्मियो ने उसे एमबीएस अस्पताल भेजा. जहां उसे वह व्यक्ति भी मिला जिसे सांप ने काटा था.
पहले तो वह जेबकतरा अपना जुर्म स्वीकार ही नहीं रहा था लेकिन जब पुलिस ने उसे बहकाया कि सांप के डसने के बाद वह वैसे भी मरने वाला है, अंतिम समय में सच-सच बता दे तो वह युवक बुरी तरह डर गया और डर के मारे उसने अपने सभी अपराध स्वीकार लिए. पुलिस उसका इलाज करवाकर उसे थाने ले गई जहां उससे पूछताछ की जा रही है.
इस घटना की सबसे मजेदार बात यह है कि इस घटना में पुलिस जेबकतरों को ढूंढ़ते- ढूंढ़ते नहीं पहुंची बल्कि खुद अपराधी ही पुलिस तक पहुंच गए. लेकिन इंसानी फितरत के अनुसार पुलिस जेबकतरों को पकड़ने का सारा श्रेय खुद लेने की फिराक में हैं इसीलिए वह सांप वाली घटना को इससे दूर रख रही है.
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