कहते हैं ईश्वर हर समय हमारी सहायता के लिए नहीं आ सकते इसीलिए उन्होंने मां को बनाया है, जो कभी भी हमारे साथ कुछ गलत नहीं होने दे सकती. जब भी हम किसी परेशानी में होते हैं तो हमें सबसे पहले अपनी मां की ही याद आती है. हम यह भी जानते हैं कि मां अपनी औलाद की खुशी और उसकी अच्छी सेहत के लिए कुछ भी कर सकती है और यही वजह है कि मां का दर्जा ईश्वर से भी ऊपर रखा गया है.
वैसे मां के अपनी संतान के प्रति लगाव और उसकी ममता से जुड़े मामले तो आपने बहुत सुने होंगे, लेकिन मॉस्को की एक मां ने अपने बच्चे को जीवित रखने के लिए जो किया वह स्वयं में एक मिसाल बन गया है. इस महिला ने अपने अजन्में बच्चों को बचाने के लिए इतनी कठिन परीक्षा दी है जिसे सुनकर कोई भी व्यक्ति भावुक हो सकता है.
मॉस्को की रहने वाली जोआना क्रिस्टोनेक एक साथ तीन बच्चों को जन्म देने वाली थी. जिनकी जान बचाने के लिए उसे लगभग ढाई महीने तक सिर के बल खड़ा रहना पड़ा. हुआ यूं कि एक दिन अचानक समय से पहले ही जोआना को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई. जब उसे अस्पताल में दाखिल कराया गया तो काफी कोशिशों के बावजूद उसके पहले बच्चे को बचाया नहीं जा सका. डॉकटरों ने उसकी डिलीवरी रोक दी और जोआना से कहा कि अगर वह चाहती है कि उसके दोनों बच्चे सकुशल जन्म लें तो तो उसे सिर के बल खड़े रहना होगा. मां की ममता उससे कुछ भी करवा सकती है, वह महिला बिना विचार किए अगले ढाई महीने के लिए सिर के बल खड़े रहने के लिए तैयार हो गई. समयावधि पूरी होने के बाद उस महिला ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया. डॉक्टरों का कहना है कि दोनों बच्चे और महिला पूर्ण रूप से स्वस्थ और कुशल हैं.
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