वैवाहिक संबंध में उतार-चढ़ाव होना कोई नई बात नहीं है. प्राय: विवाहित दंपत्ति को लड़ते-झगड़ते और छोटी-छोटी बात पर एक दूसरे के साथ बहस करते देखा जा सकता है. हां, कभी-कभार हालात ऐसे बन जाते हैं जब आए दिन होने वाले झगड़े बहुत विकराल रूप धारण कर लेते हैं जिसके परिणामस्वरूप पति-पत्नी का साथ रहना बेहद मुश्किल हो जाता है. वहीं कभी आपसी समझ का विकसित ना हो पाना और मतभेदों का बढ़ जाना भी रिश्ते में तनाव की वजह बनता है. आज जब तलाक जैसी व्यवस्था बेहद सामान्य रूप धारण कर चुकी है तो ऐसे में बढ़ते मनमुटावों के कारण पति-पत्नी का तलाक लेकर अलग हो जाना ही एकमात्र विकल्प रह जाता है.
लेकिन काहिरा के एक दंपत्ति ने तलाक लेकर यह साबित कर दिया है कि तलाक लेने के लिए किसी ठोस वजह का होना कतई जरूरी नहीं है. क्योंकि इसके लिए तो बस छोटी सी तकरार और बहुत सारा मानसिक फितूर ही काफी है.
असल में काहिरा का यह दंपत्ति केवल इसीलिए तलाक ले रहा है क्योंकि पत्नी को यह बात बिलकुल पसंद नहीं है कि उसका पति उससे बेहतर खाना बनाता हो. हुआ यूं कि एक दिन शेफ पति ने घर पर अपने बीवी-बच्चों के लिए खाना बनाया और वह खाना इतना अधिक स्वादिष्ट बन गया कि उनके बच्चे तो उस स्वाद के दीवाने ही हो गए. बच्चों ने यह मांग रख डाली कि वह केवल अपने पिता के हाथ का ही खाना खाएंगे नहीं तो वे कुछ भी नहीं खाएंगे. रोज शाम को पिता के हाथ के बने खाने की मांग उनकी मां यानि कि स्वादिष्ट खाना बनाने वाली पत्नी को नागवार गुजरी. जलन से ओत-प्रोत उस औरत ने तुरंत अपने पति से तलाक की मांग कर डाली.
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