दुनियां में रिकॉर्डों का टूटना और बनना एक आम बात है. कोई अजब कारनामा हो या क्रिकेट में बनाए जाने वाले रन, एक रिकॉर्ड बनाता है तो दूसरा उस रिकॉर्ड को तोड़ देता है. लेकिन हाल ही में जो रिकॉर्ड बनाया गया है उसे तोड़ना या तोड़ने के विषय में सोचना भी लगभग असंभव ही है.
यह रिकॉर्ड है दुनियां के सातों महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों पर पहुंचने का. यह रिकॉर्ड जितना अद्भुत है उसे बनाने वाला व्यक्ति का परिचय भी उतना ही अविश्वसनीय है. क्योंकि इस रिकॉर्ड का हकदार कोई अनुभवी या वयस्क व्यक्ति नहीं मात्र पंद्रह वर्ष का एक छोटा सा बच्चा है.
कैलिफोर्निया (अमेरिका) का रहने वाला जोर्डन रोमेरो ने हाल ही में अंटार्कटिका के विंसन मासिफ चोटी पर पहुंच कर इस अभियान की सफलता दर्ज की. शेष छ: चोटियों पर पहले ही पहुंचने के बाद अंटार्कटिका का यह पड़ाव उसका अंतिम पड़ाव था.
रोमेरो ने इस अभियान की शुरूआत छ: साल पहले की थी. रोमेरो के अभिभावक भी उसकी इस अनोखी और विशिष्ट उपलब्धि से बहुत खुश हैं. जिस उम्र में बच्चे अपने दोस्तों के साथ घूमना-फिरना और खेलना पसंद करते हैं उस आयु में रोमेरो ने दुनियां के सबसे ऊंचे मुकाम पर पहुंच गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम शायद हमेशा के लिए दर्ज करवा दिया है.
जोर्डन रोमेरो की उपलब्धियां
अफ्रीका महाद्वीप की माउंट किलिमंजारो चोटी (5,892 किलोमीटर) – अप्रैल 2006
ऑस्ट्रेलिया की कोसियूज्को पर्वत श्रृंखला (2,228 किलोमीटर) – अप्रैल 2007
यूरोपियन माउंट एलब्रस (5,642 किलोमीटर) – जुलाई 2007
दक्षिण अमेरिका स्थित माउंट एकॉन्कगुआ (6,962 किलोमीटर) – दिसंबर 2007
उत्तरी अमेरिका स्थित मैकिन्ले (6,194 किलोमीटर) – जून 2008
एशिया की माउंट एवरेस्ट श्रृंखला (8,848 किलोमीटर) – मई 2010
अंटार्कटिका विंसन मासिफ (4,892 किलोमीटर) – दिसंबर 2011
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